Thursday, May 3, 2007

दलित छात्रा की स्कालरशिप डकारता रहा सहकारी बैंक

रायपुर। सरकारी स्कूल की 13 वर्षीय दलित छात्रा को महज इसलिए अपनी शैक्षणिक छात्रवृत्ति से महरूम होना पड़ा क्योंकि एक सहकारी बैंक ने उसके पिता द्वारा लिए गए ऋण की वसूली का जरिया उसकी छात्रवृत्ति को बना लिया। दुर्ग जिले में बालोद विकासखंड के एक सरकारी हाईस्कूल में कक्षा आठ की छात्रा सहोदरा को राज्य सरकार की ओर से 1100 रुपए वार्षिक की छात्रवृत्ति मिलती है। सरकार की ओर से छात्रवृत्ति की राशि दुर्ग राजनांदगांव क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक को भेज दी जाती है जिससे वह राशि छात्रा तक पहुंच सके। विडंबना यह है कि छात्रा को यह राशि इसलिए नहीं मिल रही है क्योंकि बैंक ने अवैध तरीके से इस राशि को अपनी वसूली का जरिया बना लिया है। यह मामला तब उजागर हुआ जब स्कूल के शिक्षकों ने बैंक की दूधिया शाखा से संपर्क किया। शिक्षकों की इस शिकायत के बावजूद कि सहोदरा को छात्रवृत्ति नहीं मिल रही है, बैंक ने उक्त राशि जारी करने से इंकार कर दिया। इस घटनाक्रम की जानकारी लगने पर एक स्वैच्छिक संगठन 'फोरम फार फैक्ट फाइडिंग डाक्यूमेंटेशन एंड एडवोकेसी' ने राज्य मानवाधिकार आयोग की शरण ली और आयोग ने इस मामले में दुर्ग कलेक्टर, बैंक प्रबंधक और सरकारी हाईस्कूल दूधिया के प्रधानाचार्य को नोटिस जारी किए। एफएफडीए ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि दूधिया गांव के निवासी ईश्वर दास ने उक्त बैंक से अनुसूचित जाति वर्ग के उन्नयन संबंधी एक योजना के तहत 12 हजार रुपए का ऋण लिया था, लेकिन वह किश्तों का भुगतान नहीं कर पाया। उधर बैंक की जानकारी में यह बात आने पर कि उसके माध्यम से जिस छात्रा को छात्रवृत्ति मिलती है वह ईश्वर दास की पुत्री है, बैंक ने छात्रवृत्ति के जरिए ही ऋण वसूली शुरू कर दी। एफएफडीए के निदेशक सुभाष महोपात्रा का कहना है कि छात्रवृत्ति न मिलने से छात्रा के लिए आगे पढ़ाई जारी रखना बेहद कठिन हो गया। मामला राज्य मानवाधिकार आयोग तक पहुंचने पर बैंक ने दूधिया शाखा के प्रबंधक राकेश तिवारी को निलंबित करते हुए उसके खिलाफ जांच के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में दुर्ग कलेक्टर सुब्रत साहू भी मानते हैं कि नाबालिगों से बैंक ऋण वसूली का कोई प्रावधान नहीं है और इस मामले में बैंक की कार्रवाई असंवैधानिक है। उन्होंने कहा कि यहां तक कि वयस्कों से भी ऋण वसूली के मामले में कुछ तयशुदा शतरें का पालन जरूरी है। कलेक्टर ने कहा कि इस प्रकरण की जांच करायी जा रही है। [Dainik Jagran, Thursday, May 03, 2007 2:15:52 AM (IST) ]

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