Thursday, May 24, 2007

सरपंच ने वीडियो इंटरव्यू का खंडन किया, पत्रकारो पर आरोप

रायपुर, 23 मई (छत्तीसगढ़ )। बस्तर के संतोषपुर पंचायत के सरपंच
गंगाराम एमला का कहना है कि 'छत्तीसगढ़ ' में 18 मई के अंक में
प्रकाशित उनका साक्षा. कार पत्रकारों ने दबाव से लिया था
और उन्होने अपनी कही बातों का खंडन किया है। कल अखबारों को
जारी किए गए एक बयान में गंगाराम एमला की ओर से एक लिखित
और दस्तखत वाले बयान में कहा गया है कि उ.होंने ' छत्तीसगढ़'
में प्रकाशित कालम 'बासी म उफान'में प्रश्नोत्तर के रूप में
अपना इंटरव्यू पढ़ा और वे उसका पूरी तरह खंडन करते हैं।
उन्होने आगे कहा 'यह सच है कि लगभग एक माह पूर्व कैमरे के
सामने मेरा बयान संतोषपुर की घटना के संबंध में लिया गया था
परंतु इस तरह के बयान के लिए पत्रकारो ने मुझे डरा-धमकाकर
एवं प्रलोभन देकर मजबूर किया था।' 'अत: समाचार पत्रो में
प्रकाशित उक्त बयान र्पूणत: भ्रामक एवं असत्य है।' पाठकों को ध्यान
होगा कि इस इंटरव्यू के साथ 'छत्तीसगढ़' ने यह भी प्रकाशित किया था कि यह एक महीने से
इंटरनेट पर उपलब्ध है। इसे बीजापुर पुलिस जिला मुख्यालय
में एसपी के कार्यालय के पास दिनदहाड़े खुली जगह पर कुछ लोगों
ने वीडियो कैमरे पर रिकॉर्ड किया था। इस साक्षात्कार में
गंगाराम एमला बिना किसी दबाव के तमाम बातें बोलते दिख रहा था। '
छत्तीसगढ़' में प्रकाशन के बाद ऐसा पता लगा है कि उस पर दबाव
डालकर यह खंडन जारी करवाया गया है लेकिन इसमें उसने अपनी कही
किसी बात का खंडन नहीं किया है न ही यह कहा है कि उसका
साक्षात्कार गलत प्रकाशित किया गया था। अब वह सिर्फ अपनी
कही हुई बातों से मुकर रहा है।

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